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Showing posts from December 28, 2016

सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से

सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से सामना न हो कभी तन्हाईओं से! हर अरमान हर ख्वाब पूरा हो आपका यही दुआ है दिल की गहराइयों से! नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!

अपनो को दूर होते देखा....................,

अपनो को दूर होते देखा, सपनो को चूर होते देखा, अरे लोग कहते हे फ़िज़ूल कभी रोते नही, हमने फूलोँ को भी तन्हाइयोँ मे रोते देखा......

सूरज आग उगलता है

सूरज आग उगलता है सहना धरती को पड़ता है, मोह्हबत निगाहे कराती है सहेना दिल को पड़ता है….....