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Showing posts from December 23, 2016

तुम्हारा दुःख हम........

तुम्हारा दुःख हम सह नहीं सकते; भरी महफ़िल में कुछ कह नहीं सकते; हमारे गिरते हुए आँसुओं को पढ़ कर देखो; वो भी कहते हैं कि हम आपके बिन रह नहीं सकते।

कौन किस से..........

कौन किस से             चाहकर दूर होता है, हर कोई अपने             हालातों से मजबूर होता है, हम तो बस             इतना जानते हैं... हर रिश्ता "मोती" और             हर दोस्त "कोहिनूर" ह...